छावनी परिषद मस्त, जनता त्रस्त।
रानीखेत (सतीश जोशी): छावनी परिषद रानीखेत की सफ़ाई व्यवस्था एवं आवारा जानवरों के नगर के प्रमुख मार्गों पर क़ब्ज़ा जमा लेने से नगरवासी एवं व्यापारी अब तंग आ चुके है। सफ़ाई व्यवस्था इतनी बदहाल है कि विभिन्न जगहों पर गंदगी का अंबार लगा रहता है उस पर आवारा पशु उस गंदगी को खाने के साथ साथ पूरे नगर मार्ग में फैला कर कोढ़ में खाज का काम करते हैं। नगर के चारों तरफ़ फैली गंदगी से आने वाली बदबू और आवारा जानवरों से यातायात व्यवस्था प्रभावित होने के कारण अब लोगों का जीना दूभर हो चुका है। व्यापारियों का कहना है कि सैकड़ों बार छावनी परिषद के संबंधित अधिकारियों एवं सफ़ाई विभाग के कर्मचारियों को वह व्यवस्था सुधारने की गुहार लगा चुके हैं लेकिन छावनी प्रशासन के सर पर जूँ तक नहीं रेंगती। उन्होंने नगर की जनता को भगवान भरोसे छोड़ रखा है। जब भी छावनी परिषद को आवारा पशुओं को मुख्य मार्ग से बाहर करने को लेकर अनुरोध किया जाता है तो वह इन पशुओं को रखने का स्थान ना होने की बात कर अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं ।टैग लगे पालतू पशु भी दिन भर नगर में अपना डेरा डाले रहते हैं परंतु इस पर भी छावनी परिषद कोई ठोस कार्यवाही करने में असफ़ल साबित हुआ है। नगर की सफ़ाई व्यवस्था इतनी बदहाल है कि लोगों द्वारा शिकायत करने पर सिर्फ़ उस स्थान की सफ़ाई कर इतिश्री कर दी जाती है फिर दो दिन बाद वही ढाक के तीन पात। आवारा पशुओं ने शहर को इस तरह अपने क़ब्ज़े में ले रखा है कि छेड़ने पर यह जानवर राहगीरों पर आक्रमण कर ज़ख़्मी कर देते हैं। पर्यटक नगरी रानीखेत में प्रतिवर्ष लाखों सैलानी घूमने आते हैं। लेकिन उन्हें शहर में जगह जगह बिखरे जानवरों के मल मूत्र, टूटे पार्क, आवारा जानवरों के आतंक से रूबरू होना पड़ता है। जिस कारण यहाँ पर्यटकों की संख्या कम हो जाने से व्यवसाय पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। नगरवासियों का कहना है कि छावनी परिषद के इन्हीं रवैयों से परेशान होकर वह पिछले 296 दिनों से नगरपालिका में शामिल करने की माँग को लेकर धरने पर डटे हैं। उन्होंने अब इन समस्याओं से त्रस्त होकर तुरंत समाधान ना होने की दशा में छावनी परिषद के ख़िलाफ़ वृहद् आंदोलन का मन बना लिया है। नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनीष चौधरी ने कहा कि जनहित की इस विकट समस्या के त्वरित समाधान के अनुरोध को लेकर वह अतिशीघ्र मुख्य अधिसाशी अधिकारी कुणाल रोहिला से मिलकर बात करेंगे।